तहलका टुडे टीम
लखनऊ | भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथॉरिटी आफ़ताबे शरीयत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नक़वी के लीगल एडवाइज़र और सिक्योरिटी इंचार्ज एडवोकेट मोहम्मद नक़वी पर बीती रात जानलेवा हमले की साजिश नाकाम हो गई। सतर्क ड्राइवर की समझदारी से नक़वी साहब बाल-बाल बच गए। इस दुस्साहसिक हमले के पीछे कौन लोग थे? इसकी जाँच में लखनऊ पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है।
रात के अंधेरे में घात लगाकर हमला, ड्राइवर की सूझबूझ ने बचाई जान
11-12 मार्च की रात करीब 3 बजे, एडवोकेट मोहम्मद नक़वी जब मौलाना कल्बे जवाद नक़वी के आवास से अपने घर लौट रहे थे, तभी सीएमएस स्कूल, चौक के पास पहले से घात लगाए चार मोटरसाइकिल सवार बदमाशों और एक पजेरो कार ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की।
हालात की गंभीरता को भांपते हुए एडवोकेट नक़वी ने तुरंत अपने ड्राइवर को गाड़ी तेज भगाने को कहा और वे सीधे ठाकुरगंज थाने पहुंच गए। पुलिस को सूचना देने के बाद संदिग्धों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज कर दिया गया है।
पुलिस के निशाने पर गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीटर और अराजकतत्व
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस पहले से ही कल्बे आबिद प्लाजा के पास अवैध रूप से संचालित कुछ अड्डों और अराजकतत्वों पर नज़र बनाए हुए थी।
✅ गोलागंज मकबरा का कुख्यात बदमाश “बाबर” संदिग्धों की सूची में सबसे ऊपर है।
✅ बाबर पहले भी ठाकुरगंज और चौक थाने में कई मामलों में आरोपी रह चुका है।
✅ पुलिस सर्विलांस सेल पुराने कई गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर की पूरी कुंडली खंगाल रही है।
क्या “वक्फ संपत्तियों के लुटेरों” के खिलाफ अभियान से बौखलाए अपराधी?
बीती रात मौलाना कल्बे जवाद नक़वी बाराबंकी के जैदपुर में “छोटी सरकार इमामबाड़ा” में मजलिस पढ़कर लौटे थे। इसके थोड़ी देर बाद ही यह हमला हुआ।
गौरतलब है कि मौलाना कल्बे जवाद नक़वी इन दिनों “सेव वक्फ इंडिया मिशन” के तहत वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जों और भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज़ उठा रहे हैं।
❗ उनकी मुहिम से वक्फ संपत्तियों पर कब्जा जमाए बैठे माफिया और उनके राजनीतिक संरक्षक बौखलाए हुए हैं।
❗ यह हमला डराने-धमकाने और इस मिशन को कमजोर करने की साजिश हो सकती है।
मौलाना कल्बे जवाद ने जताई नाराजगी, पुलिस कमिश्नर से सख्त कार्रवाई की मांग
घटना पर मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा
“मुझे बहुत अफसोस और चिंता है कि मेरे करीबी एडवोकेट मोहम्मद नक़वी पर हमला हुआ। प्रशासन को इसे बेहद गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
मौलाना ने इस संबंध में डीसीपी विश्वजीत से संपर्क किया, जिन्होंने जल्द से जल्द हमलावरों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया।
🔹 एडवोकेट नक़वी ने डीसीपी से मिलकर तहरीरी शिकायत दर्ज कराई।
मुखबिर बने अपराधी, पुलिस के लिए चुनौती
लखनऊ पुलिस की IT सेल अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है, लेकिन अपराधियों को मदद पहुंचाने वाले कुछ असामाजिक तत्वों की मुखबिरी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
क्या अब पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी?
अब देखने वाली बात यह होगी कि लखनऊ पुलिस कितनी तेजी से हमलावरों को गिरफ्तार कर उनके नेटवर्क का पर्दाफाश करती है।
🚨 घटना के बाद पुलिस की कई टीमें अपराधियों की धरपकड़ के लिए रवाना हो चुकी हैं।