बिहार में, 70वीं BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) प्रीलिम्स परीक्षा के परिणामों को लेकर छात्रों का विरोध लगातार जारी है। पटना के गांधी मैदान में, हजारों BPSC अभ्यर्थी एकत्रित हुए हैं, जो परीक्षा के दोबारा आयोजन की मांग कर रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन इस मुद्दे पर हो रहा है कि 70वीं BPSC प्रीलिम्स परीक्षा में कथित रूप से गलतियाँ हुई हैं और छात्रों का मानना है कि इन गलतियों के कारण परीक्षा का परिणाम निष्पक्ष नहीं रहा। अभ्यर्थी चाहते हैं कि परीक्षा फिर से आयोजित की जाए ताकि सभी को समान अवसर मिल सके।
प्रशांत किशोर, जो जन सुराज पार्टी के प्रमुख हैं, इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और छात्रों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई। उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि यह समस्या केवल छात्रों की नहीं बल्कि पूरे राज्य की है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। प्रशांत किशोर ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा, “सरकार के प्रशासनिक अधिकारी यहाँ मौजूद थे और उन्होंने हमारे साथियों से बात की है। सरकार का यह कहना है कि वे छात्रों की मांगों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं और इस पर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने छात्रों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए एक पांच सदस्यीय समिति गठित की है, जो मुख्य सचिव से मिलकर उनकी समस्याओं पर विचार करेगी। यह समिति मुख्य सचिव से बात करने के बाद यह सुनिश्चित करेगी कि छात्रों की समस्याओं का समाधान सही तरीके से किया जाए।
किशोर ने कहा कि अगर छात्रों के साथ न्याय नहीं होता और उनका मुद्दा सही तरीके से नहीं सुलझाया जाता, तो वे पूरी ताकत के साथ छात्रों के पक्ष में खड़े रहेंगे। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे कानून का पालन करते हुए अपने प्रदर्शन को शांतिपूर्वक जारी रखें और किसी भी प्रकार की हिंसा या कानून उल्लंघन से बचें।
इस प्रदर्शन के दौरान, पुलिस ने भी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और विरोध कर रहे छात्रों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। पुलिस का कहना था कि यह कदम प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक नियंत्रित करने के लिए उठाया गया था, क्योंकि प्रदर्शन की गति और संख्या बहुत बढ़ गई थी। हालांकि, यह लाठीचार्ज केवल प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए था और किसी गंभीर परिस्थिति को उत्पन्न नहीं करने दिया गया।
अभ्यर्थी इस बात से नाराज हैं कि बीपीएससी की परीक्षा में घोटाले की शिकायतें हैं, और कई छात्रों का कहना है कि पेपर में कुछ सवाल अस्पष्ट थे, जिससे उनका भविष्य अंधकार में पड़ गया है। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों ने भी सरकार की आलोचना की है और इस मामले में सरकार से जवाबदेही की मांग की है।
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि यह छात्रों का अधिकार है कि वे अपनी समस्याओं का समाधान चाहें और सरकार को चाहिए कि वह इस पर गंभीरता से विचार करे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अगर किसी भी कारण से छात्रों के साथ अन्याय होता है तो वह उनका समर्थन करेंगे और इस संघर्ष में उनका साथ देंगे।
समाप्ति में, यह स्पष्ट है कि बिहार में 70वीं BPSC प्रीलिम्स के परिणामों को लेकर गहरा असंतोष है और छात्रों द्वारा इसका विरोध तेज हो गया है। सरकार के लिए यह एक चुनौती बन गया है, क्योंकि छात्रों का गुस्सा और उनका प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, अब इस मुद्दे पर बातचीत हो रही है और आने वाले दिनों में इस पर निर्णय लिया जाएगा।