“जब मिम्बर हुसैनी से निकली ग़ीबत, तौहीन और इल्ज़ाम की आवाज़ — मौलाना ग़जनफ़र अब्बास तूसी से सवाल: क्या हज़रत अब्बास (अ.स) की दरगाह पर इमामे ज़माना (अ.ज) की जागीर के नाम पर झूठ, मक्कारी और सियासत भू माफियाओं को बचाने के लिए जायज़ है? कुरआन और अहलेबैत (अ.स) की तालीमात की रौशनी में इस गंदी हरकत का हिसाब ज़रूरी है!”
"मिंबर रसूल ,हुसैनी से ग़ीबत नहीं ग़म का पैग़ाम दीजिए जनाब —…
“अल- मुन्तज़र ” के बानी, मौलाना नईम अब्बास साहब रुख़सत,ख़िदमात और इमाम-ए-ज़माना (अ.ज.) के ज़हूर की तैयारियों का पैग़ाम और उनके इतंजार के सबक को याद करेगा हिंदुस्तान,मज़हबी, इल्मी और समाजी हल्क़ों में ग़म का माहौल
तहलका टुडे टीम/सैयद तकी हसनैन रिजवी लखनऊ : हिंदुस्तान की इस्लामी और…