ईरान बुझाएगा अमेरिका की आग,”मुल्कों के बीच खिंची दीवारें गिराता इंसानियत का पैगाम”

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तेहरान से लॉस एंजिल्स तक इंसानियत का संदेश:
जब नफरत की दीवारें इंसानियत के रास्ते में आ जाएं, तब जरूरत होती है दिलों को जोड़ने वाले कदमों की। ईरान और अमेरिका जैसे दो कट्टर विरोधी देशों के बीच मानवता की इस मिसाल ने दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है। लॉस एंजिल्स में लगी भयानक जंगल की आग से अमेरिका बुरी तरह प्रभावित है। इस आपदा को देखते हुए ईरान ने न केवल मदद की पेशकश की, बल्कि मानवता के नए पैमाने भी गढ़े हैं।

ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी (IRCS) के अध्यक्ष पीरहुसैन कोलीवंद ने अमेरिकी रेड क्रॉस को संदेश भेजकर रेस्क्यू टीमों और विशेष उपकरणों के साथ मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने आग से प्रभावित क्षेत्रों में विशेषज्ञ टीम भेजने की तत्परता जताते हुए कहा कि “यह संकट सिर्फ अमेरिका का नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा झटका है।”

 

https://en.irna.ir/news/85717467/Iran-s-Interests-Section-in-US-extends-sympathy-to-Iranian-expatriates

 

ईरान का कदम: दुश्मनी भुलाकर मानवता के लिए बढ़ाया हाथ

लंबे समय से चली आ रही राजनीतिक तनातनी के बावजूद, ईरान ने आग की भयावहता को देखकर अपनी दुश्मनी को दरकिनार कर दिया है। कोलीवंद ने अमेरिकी रेड क्रॉस के सीईओ क्लिफ होल्ज को एक आधिकारिक संदेश में कहा,

> “यह त्रासदी सिर्फ अमेरिका की नहीं है, बल्कि यह मानवता का संकट है। हमारे पास आपदा प्रबंधन का लंबा अनुभव है, और हम आपकी हरसंभव मदद के लिए तत्पर हैं। हमारी टीमें और उपकरण पूरी तरह तैयार हैं।”

यह कदम वैश्विक समुदाय के लिए एक प्रेरणा है कि दुश्मनी कितनी भी गहरी क्यों न हो, इंसानियत का रिश्ता सबसे ऊपर होना चाहिए।

लॉस एंजिल्स की आग: तबाही का मंजर

कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में बीते पांच दिनों से आग ने तबाही मचा रखी है। अब तक 12,300 से अधिक इमारतें राख हो चुकी हैं और 11 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। अरबों डॉलर की संपत्ति नष्ट हो चुकी है, और आग से प्रभावित क्षेत्रों में जहरीली हवा से लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है।

इस आग ने मनोरंजन जगत पर भी गहरा असर डाला है। हॉलीवुड में कई प्रीमियर और कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं, जबकि फिल्मों और टीवी शो की शूटिंग रोकनी पड़ी है। स्थानीय प्रशासन ने घरों के अंदर रहने की सख्त अपील की है।

आग सिर्फ अमेरिका की नहीं, पूरी दुनिया की है’

ईरान के कोलीवंद ने इसे वैश्विक त्रासदी बताते हुए दुनिया भर के देशों से अपील की कि इस संकट की घड़ी में अमेरिका का साथ दें। उन्होंने कहा,

> “एक खूबसूरत इलाका राख में बदल गया है। यह सिर्फ अमेरिका का संकट नहीं है। दुनियाभर के जिम्मेदार लोगों को आगे आना चाहिए।”

ईरान की पहल का महत्व

ईरान का यह कदम सिर्फ मदद की पेशकश नहीं, बल्कि इंसानियत का एक बड़ा संदेश है। यह दर्शाता है कि जब दुनिया संकट में होती है, तो दुश्मनी जैसे शब्द बेमानी हो जाते हैं। लॉस एंजिल्स की आग ने अमेरिका को हिला दिया है, लेकिन ईरान का यह कदम इस बात का सबूत है कि जब मदद की जरूरत होती है, तो राजनीतिक दुश्मनियां भी पिघल सकती हैं।

एक नई शुरुआत का संकेत?

ईरान की इस पहल से क्या भविष्य में दोनों देशों के संबंधों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है? भले ही यह एक छोटी सी पहल लगे, लेकिन यह वैश्विक कूटनीति और मानवीय रिश्तों के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

यह घटना साबित करती है कि जब आग दिलों की जगह जमीन पर जलती है, तो मानवता का रिश्ता सबसे अहम होता है।

 

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