वक्फ पर साजिश नहीं चलेगी! ,भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना डॉ कल्बे जवाद नकवी साहब के नेतृत्व में लखनऊ में जुमे के बाद जबरदस्त होगा विरोध प्रदर्शन,तैयारियां पूरी

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तहलका टुडे टीम

लखनऊ, 06 मार्च 2025 – वक्फ संशोधन बिल के विरोध में मजलिसे उलमा-ए-हिंद के नेतृत्व में ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। यह प्रदर्शन आसिफी मस्जिद, लखनऊ में जुमे की नमाज के बाद होगा, जिसका नेतृत्व भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना डॉ सैयद कल्बे जवाद नकवी, जनरल सेक्रेटरी, मजलिसे उलमा-ए-हिंद कर रहे हैं।

मौलाना कल्बे जवाद नकवी का कड़ा बयान

मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने सरकार और वक्फ विरोधी ताकतों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा:
“सरकार वक्फ संशोधन बिल के जरिए हमारी धार्मिक और सामुदायिक संपत्तियों पर कब्जा करना चाहती है। यह बिल वक्फ संपत्तियों की तबाही का कारण बनेगा, जिसे मुस्लिम समाज किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा। अगर सरकार ने इस साजिश को नहीं रोका, तो मुसलमानों का गुस्सा सड़कों पर नजर आएगा।”

उन्होंने यह भी कहा, “इजराइल और अमेरिका की साजिशों की तरह, यह वक्फ बिल भी एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। कांग्रेस के गद्दार, जो पहले इस साजिश को अंजाम दे रहे थे, अब बीजेपी में शामिल होकर इसे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बिल मुसलमानों की धार्मिक और सामाजिक पहचान को मिटाने की कोशिश है, लेकिन हम इसे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देंगे।”

सरकार के फैसले का कड़ा विरोध

इस प्रदर्शन का मुख्य कारण वक्फ संशोधन बिल है, जिसे लेकर धार्मिक और सामाजिक संगठनों में भारी आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि सरकार वक्फ संपत्तियों को हड़पने के लिए जबरन यह बिल लागू करना चाहती है, जिससे न सिर्फ धार्मिक संस्थान प्रभावित होंगे, बल्कि मुसलमानों के अधिकारों पर भी खतरा मंडराएगा।

मजलिसे उलमा-ए-हिंद ने सरकार से मांग की है कि इस बिल को तुरंत वापस लिया जाए, अन्यथा बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

असंतोष और चेतावनी

विरोध प्रदर्शन की तैयारियों में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठन शामिल हैं। मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई सिर्फ वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा की नहीं, बल्कि मुस्लिम समुदाय के अस्तित्व और अधिकारों की रक्षा की भी है।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर सरकार ने यह बिल वापस नहीं लिया, तो यह सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे देश में बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा।”

मजलिसे उलमा-ए-हिंद के नेतृत्व में विरोध

मजलिसे उलमा-ए-हिंद, लखनऊ ने इस विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसमें स्थानीय लोग, धार्मिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और वक्फ संपत्तियों से जुड़े हितधारक बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

संभावित परिणाम और आगे की रणनीति

विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई जा रही है ताकि वक्फ संशोधन बिल को वापस लिया जा सके। अगर सरकार इस बिल पर पुनर्विचार नहीं करती, तो देशभर में और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई जाएगी।

लखनऊ बनेगा कुर्बानी की राजधानी

7 मार्च 2025 को लखनऊ की आसिफी मस्जिद के सामने होने वाला ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन सरकार के लिए एक बड़ी चेतावनी साबित हो सकता है। यह विरोध औक़ाफ़ की हिफाजत का प्रतीक बनेगा, जिससे यह संदेश जाएगा कि वक्फ संपत्तियों के अधिकारों से कोई भी समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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