तहलका टुडे टीम/ सैयद मोहम्मद अली
लखनऊ, कुर्सी रोड: सोमवार को इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में भव्य 16वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ, जिसमें कुल 3830 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में प्लानिंग कमीशन के पूर्व सदस्य और केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के पूर्व चांसलर डॉ. अरुण मायरा शामिल हुए।
समारोह के दौरान मेधावी विद्यार्थियों को 86 स्वर्ण और 87 रजत पदकों से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संस्थापक और चांसलर प्रो. सैयद वसीम अख्तर, कुलपति प्रो. जावेद मुसर्रत, कुलसचिव प्रो. मोहम्मद हारिस सिद्दीकी सहित कई गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के प्रेरणादायक संबोधन
मुख्य अतिथि कुंवर मानवेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया और छात्रों को कड़ी मेहनत तथा नैतिकता के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा—
“यह दीक्षांत समारोह आपके समर्पण और परिश्रम का प्रमाण है। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी ने अपने गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और अनुशासन के कारण राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित स्थान बनाया है। यहाँ से डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र सिर्फ अपने लिए ही नहीं, बल्कि समाज और देश की समृद्धि में भी योगदान देने के लिए तैयार हैं।”
डॉ. अरुण मायरा ने विद्यार्थियों को निरंतर सीखने और सुनने की कला को अपनाने की प्रेरणा देते हुए कहा—
“सीखने की प्रक्रिया जीवन भर चलती रहती है। हमें उन आवाज़ों को भी सुनना चाहिए, जो हमसे अलग सोचते हैं, क्योंकि विविधता ही असली शिक्षा का आधार होती है। अगर आप जीवन में सच्ची सफलता चाहते हैं, तो आपको खुद को हमेशा अपडेट रखना होगा और नई-नई चीजें सीखनी होंगी।”
चांसलर और कुलपति के संदेश
विश्वविद्यालय के संस्थापक और चांसलर प्रो. सैयद वसीम अख्तर ने छात्रों को ईमानदारी, परिश्रम और अनुशासन की राह पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा—
“जीवन में सफलता के लिए कड़ी मेहनत से मत घबराइए। माता-पिता और शिक्षकों का सम्मान करें, क्योंकि वे आपके सबसे बड़े मार्गदर्शक हैं। अगर आप खुद पर विश्वास रखते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। अस्थायी लाभ की जगह दीर्घकालिक सफलता पर ध्यान दें और हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलें।”
कुलपति प्रो. जावेद मुसर्रत ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए शिक्षा, अनुसंधान और वैश्विक पहचान की दिशा में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का लक्ष्य छात्रों को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करना और उन्हें तकनीकी व व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाना है।
3830 छात्रों को मिली डिग्रियां और विशेष सम्मान
इस वर्ष विश्वविद्यालय ने विभिन्न कोर्सों के 3830 छात्रों को डिग्रियां प्रदान कीं, जिनमें शामिल हैं:
- 177 छात्र – पीएचडी
- 1075 छात्र – पोस्ट ग्रेजुएशन
- 2389 छात्र – स्नातक (ग्रेजुएशन)
- 189 छात्र – डिप्लोमा
मेधावियों को मिला स्वर्ण और रजत पदक
- इरम नाज़ (एमएससी गणित) – पूरे विश्वविद्यालय में टॉप, स्वर्ण पदक विजेता
- अलवीरा परवीन आकिल (एमटेक बायोटेक्नोलॉजी) – रजत पदक विजेता
- तनवीर आलम (बीबीए-आईबीएम) – ‘सिद्धि इन्फोटेक’ स्टार्टअप के लिए सम्मानित
- अराफात आलम खान (एमसीए) – ‘डार्क इलाफी परफ्यूम स्टार्टअप’ के लिए सम्मानित
इसके अतिरिक्त, डा. तहमीना (रसायन विज्ञान), प्रो. आसमा फारूक (मैनेजमेंट) और डॉ. आसिफ खान (कंप्यूटर एप्लीकेशंस) को उनके अनुकरणीय शोध कार्यों के लिए विशेष ग्रांट प्रदान की गई।
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी: शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार का केंद्र
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी सिर्फ एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि नवाचार और उत्कृष्टता का केंद्र बन चुका है।
1. वैश्विक पहचान और अनुसंधान
इस विश्वविद्यालय ने न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में, बल्कि वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी नवाचार में भी उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यहाँ के छात्र और प्रोफेसर अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध कार्यों में योगदान दे रहे हैं।
2. स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा
वर्तमान में विश्वविद्यालय ने स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएँ शुरू की हैं, जिससे छात्र आंत्रप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship) की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
3. आधुनिक लैब और तकनीकी सुविधाएँ
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ और डिजिटल क्लासरूम उपलब्ध हैं, जिससे छात्रों को प्रैक्टिकल नॉलेज के साथ-साथ तकनीकी दक्षता भी प्राप्त होती है।
4. सामाजिक उत्तरदायित्व और समावेशी शिक्षा
यह विश्वविद्यालय हर वर्ग के छात्रों को शिक्षा का समान अवसर प्रदान करता है। यहाँ विभिन्न सामाजिक उत्थान योजनाएँ भी संचालित की जाती हैं, जिनमें आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है।
दीक्षांत समारोह में दिखा जोश और उत्साह
समारोह में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. मोहम्मद हारिस सिद्दीकी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी अतिथियों, विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
इस दीक्षांत समारोह ने छात्रों को न केवल उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर दिया, बल्कि उन्हें आने वाले जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार रहने की प्रेरणा भी दी।
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का 16वां दीक्षांत समारोह न केवल शैक्षणिक सफलता का उत्सव था, बल्कि यह छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की नींव भी बना। इस आयोजन ने शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।