तहलका टुडे डेस्क | सैयद रिज़वान मुस्तफा
तहज़ीब और गंगा-जमुनी संस्कृति की नगरी लखनऊ की मिट्टी से निकलकर देश-दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले अम्बर पैकेजर्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन वफ़ा अब्बास इन दिनों चीन दौरे पर हैं। सादगी और जड़ों से जुड़े संस्कार लेकर आगे बढ़े वफ़ा अब्बास आज भारत की पैकेजिंग इंडस्ट्री का नाम वैश्विक मंच पर रोशन कर रहे हैं।
इस यात्रा के दौरान उनकी अहम मुलाकात Guangdong Keshenglong Hi-Tech Group Co., Ltd (China) तथा उसकी सहयोगी कंपनी Shinko Machine Co., Ltd. (Japan) के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री Hogan He से हुई। श्री Hogan He चीन और जापान दोनों में अपनी इंडस्ट्रियल कंपनियों का सफल संचालन करते हैं और पैकेजिंग मशीनरी इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम हैं।
बैठक में भारत की नई पैकेजिंग एक्सपैंशन के लिए अत्याधुनिक मशीन की डील हुई। इसके साथ ही श्री Hogan He ने भारत में निवेश करने की इच्छा जताई और कहा कि वे भारत में एक जॉइंट वेंचर (JV) कंपनी शुरू करना चाहते हैं, ताकि भारतीय बाज़ार की ज़रूरतों के अनुरूप मशीनों का निर्माण किया जा सके। उनका मानना है कि आज भारत में कुशल श्रमिकों की भरमार है और सरकार नई अर्थव्यवस्था में निवेशकों को पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर और सहूलियतें दे रही है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में श्री डेरिक ली, जो SHINKO में ऑस्ट्रेलिया और ताइवान के हेड हैं, मौजूद थे। साथ ही श्री सुभाषिष रॉय, जो पहले बॉब्स्ट इंडिया के हेड रह चुके हैं, बतौर कंसल्टेंट भी साथ थे।
उद्योग के नए आयाम तलाशते वफ़ा अब्बास
भारत की तरक्की और इंडस्ट्री के विस्तार को ध्यान में रखते हुए वफ़ा अब्बास ने इस यात्रा को सिर्फ पैकेजिंग तक सीमित नहीं रखा। वे चीन में हेल्थ सेक्टर और आंखों के इलाज से जुड़ी मशीनरी की संभावनाओं का भी अध्ययन करेंगे। इसके अलावा लखनऊ की शान और भारत की धरोहर चिकनकारी, जरदोज़ी और कार्पेट इंडस्ट्रीज की मशीनों का जायज़ा लेने का भी कार्यक्रम है।
इस दौरान वे कई बड़े उद्योगपति घरानों से मुलाकात करेंगे।
चीनियों की नज़र से भारत की तरक्की
वफ़ा अब्बास ने साझा किया कि चीन के उद्योग जगत के प्रमुखों से बातचीत के दौरान उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि ये लोग भारत के उद्योग के भविष्य, सब्सिडी, सरकारी सहूलियतों और डिमांड को बारीकी से समझते हैं। जो आमतौर पर भारतीय जनता को महसूस नहीं होता।
असल में, हम भारतीय आपसी खुराफ़ातों, भ्रष्टाचार और दूसरों की बातों में उलझकर अपनी असली तरक्की और सरकार की उपलब्धियों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
लखनऊ की तहज़ीब से चीन की धरती तक
लखनऊ हमेशा से तहज़ीब, संस्कृति और तरक्की की मिसाल रहा है। इस मिट्टी का लाल वफ़ा अब्बास आज चीन जैसे औद्योगिक राष्ट्र में भारत की संभावनाओं और ताक़त का परचम लहरा रहे हैं। जड़ों से जुड़ाव और वैश्विक सोच का यही संगम उन्हें इस मुकाम तक ले आया है।
भारत बनेगा इंडस्ट्रियल पावरहाउस
वफ़ा अब्बास के इस दौरे ने यह साफ़ कर दिया कि भारत के पास अब ग्लोबल इंडस्ट्रियल पावरहाउस बनने का सुनहरा मौका है। अगर भारतीय उद्योगपति, निवेशक और युवा मिलकर काम करें तो भारत न सिर्फ़ एशिया बल्कि पूरी दुनिया में इंडस्ट्री और टेक्नोलॉजी का केंद्र बन सकता है।