तहलका टुडे टीम /अली मुस्तफा/सदाचारी लाला उमेश चंद्र श्रीवास्तव/मोहम्मद वसीक
बाराबंकी जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में इस बार जो तस्वीर उभरी, वह न सिर्फ लोकतंत्र की खूबसूरती है बल्कि वकीलों के दिल की आवाज़ भी।
नरेंद्र वर्मा, जिनका नाम वकालत की सादगी, संघर्ष और सिद्धांतों से जुड़ा है, उन्होंने अध्यक्ष पद पर अपने प्रतिद्वंदी को 125 वोटों से मात देकर एक बार फिर साबित किया कि नेतृत्व उन्हें ही मिलता है जिनमें सेवा का जज़्बा और सोच में पारदर्शिता हो।
ये उस भरोसे की गूंज है, जो अधिवक्ताओं ने नरेंद्र वर्मा के वर्षों के संघर्ष, सादगी और न्यायप्रिय सोच पर जताया।
महामंत्री पद पर रामराज की जीत ने अधिवक्ताओं को नई ऊर्जा दी है। उनके साफ़-सुथरे व्यक्तित्व, मुद्दों पर गंभीर पकड़ और विनम्र व्यवहार ने अधिवक्ताओं का दिल जीत लिया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी पर निर्णायक बढ़त हासिल करते हुए यह दिखा दिया कि नेतृत्व सिर्फ अनुभव से नहीं, बल्कि जमीनी जुड़ाव और ईमानदारी से भी आता है।
इस ऐतिहासिक जीत पर वकीलों में उत्साह की लहर दौड़ गई। अधिवक्ता संघ के दफ्तर में जश्न का माहौल रहा, मिठाइयाँ बांटी गईं और विजयी उम्मीदवारों का ज़ोरदार स्वागत हुआ।
राजनीतिक और सामाजिक जगत से बधाई संदेशों का तांता लग गया।
पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, सांसद तनुज पुनिया, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, नगर पालिका अध्यक्ष शीला सिंह, विधायक सुरेश यादव, वरिष्ठ नेता संग्राम सिंह वर्मा, फरीद महफूज किदवई, पूर्व विधायक राम गोपाल रावत, पूर्व एमएलसी राजेश यादव, और प्रेस फाउंडेशन ट्रस्ट के सचिव सैयद रिजवान मुस्तफा सहित अनेकों लोगों ने दोनों विजेताओं को शुभकामनाएं दीं।
इस चुनाव ने यह सिद्ध कर दिया कि बाराबंकी के अधिवक्ता आज भी उस नेतृत्व को चुनते हैं, जो केवल पद के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज और न्याय व्यवस्था के लिए समर्पित हो।
नरेंद्र वर्मा और रामराज की यह जोड़ी अब अधिवक्ताओं की आवाज़ को और बुलंद करेगी — यही सबका विश्वास है।