“हाजी वारिस अली शाह की रूह पुकार रही है: देवा मेला, दिखावे से निकलकर इंसानियत का उजाला बने” — त्रिवार्षिक चुनाव के बाद देवा मेला समिति का कोरम हुआ पूरा, मगर मेले की अस्मत, मकसद और मोहब्बत फिर क्या रहेंगी हाशिए पर?
"वारिस अली शाह की रूह पुकार रही है: देवा मेला, दिखावे से…
जो रब है, वही राम है का संदेश देने वाले हाजी वारिस अली शाह के पैतृक गांव में फरिश्ता-सिफ़ात बने डॉ. रेहान काज़मी
तहलका टुडे टीम/अली मुस्तफा "जो रब है, वही राम है"—इंसानियत का यही…