🖋 विशेष विश्लेषण |📅 12 जून 2025 |
तहलका टुडे टीम
✈️ अहमदाबाद एयर इंडिया हादसा: तकनीकी त्रुटि या अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र?
11 जून 2025 की सुबह, गुजरात के अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जा रही एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट AI-171, टेकऑफ के महज 5 मिनट बाद ही मेघानी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भयावह हादसे में 242 में से 242 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। विमान में 230 यात्री, 10 क्रू मेंबर और 2 पायलट (कैप्टन सुमीत सभरवाल व क्लाइव कुंदर) सवार थे।
अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हुआ है। इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन हो गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने X पर यह जानकारी दी। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक हादसे में पूर्व CM नहीं बच पाए हैं।
विमान में 242 पैसेंजर सवार थे। न्यूज एजेंसी AP ने जानकारी दी है कि सभी यात्रियों की मौत हो गई है। इनमें 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था। हादसे की जगह से अब तक 100 शव मिलने की खबर है। ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान करने में बेहद मुश्किल आ रही है। उनकी पहचान DNA टेस्ट के बाद ही संभव होगी।
प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। जानकारी के मुताबिक 15 डॉक्टर घायल हो गए हैं।
एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI-171 ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी थी। दोपहर 1:40 बजे यह क्रैश हो गई।
जानकारी के मुताबिक विमान एयरपोर्ट की दीवार और एयर कस्टम कार्गो ऑफिस के पास क्रैश हुआ। विमान के गिरते ही पूरे इलाके में धुएं का गुबार दिखाई दिया।
🧩 बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश की छाया: क्या पैटर्न मिल रहा है?
जनरल बिपिन रावत की 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु में Coonoor के पास हेलीकॉप्टर क्रैश में मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर दिया था। दुर्घटना पर क्लोज्ड जांच हुई, लेकिन जनता को आज तक साफ़ जवाब नहीं मिला।
✒️ समानताएं जो सवाल उठाती हैं:
तत्व जनरल बिपिन रावत हादसा अहमदाबाद AI-171 क्रैश
दुर्घटना से पहले कोई खतरे का संकेत नहीं ✅ ✅
मौसम सामान्य ✅ ✅
उड़ान के तुरंत बाद हादसा ✅ ✅
प्रमुख राजनीतिक/सैन्य शख्स मौजूद ✅ ✅
हादसे के बाद सरकारी ‘टेक्निकल एरर’ बयान ✅ ✅
जनता और मीडिया को सीमित जानकारी ✅ ✅
🕵️♂️ क्या अमेरिका-इज़राइल भारत के रणनीतिक संस्थानों को कमजोर कर रहे हैं?
📌 1. हाइब्रिड वॉरफेयर का संदिग्ध खेल
हाइब्रिड वॉर यानी हथियार नहीं, बल्कि डेटा, साइबर, मीडिया, और “संदिग्ध हादसों” से किसी देश को भीतर से अस्थिर करना।
इज़राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद, और अमेरिका की CIA हाइब्रिड वॉरफेयर में मास्टर मानी जाती हैं।
> “भारत जब भी स्वतंत्र विदेश नीति की ओर बढ़ता है, कोई हादसा क्यों घटता है?”
📌 2. इज़राइल का भारत में बढ़ता टेक इंफ्रास्ट्रक्चर हस्तक्षेप
अहमदाबाद एयरपोर्ट के ATC सिस्टम को Elbit Systems (इज़राइली रक्षा कंपनी) द्वारा हाल ही में अपग्रेड किया गया था।
DRDO, HAL, और ISRO के डेटा सर्वरों पर भी कई बार साइबर इंट्रूज़न की रिपोर्टें आ चुकी हैं।
📌 3. अमेरिका की नाराज़गी: भारत का वैश्विक स्टैंड क्यों नहीं भा रहा?
भारत ने हाल ही में फिलीस्तीन समर्थन में UN प्रस्ताव पर वोट किया।
ब्रिक्स, ईरान से तेल समझौते, और रूस से व्यापार को लेकर भारत की स्वतंत्र विदेश नीति अमेरिका के गले नहीं उतर रही।
अमेरिका की नीति स्पष्ट है: “Either you’re with us, or against us.”
🧬 क्या विजय रूपाणी थे संभावित ‘Target’?
रूपाणी लंदन में भारतीय प्रवासी सम्मेलन में “भारत की स्वतंत्र विदेश नीति” पर भाषण देने जा रहे थे।
क्या यह भाषण कुछ शक्तिशाली पश्चिमी लॉबी को खटक रहा था?
विमान क्रैश हुआ, लेकिन विजय रूपाणी को गेट से वापस बुला लिया गया था। यह केवल संयोग है, या पूर्व-नियोजित या अफवाह फैलाई गई ?
🔥 कौन थे विमान के अन्य यात्री? क्या ये ‘Collateral Damage’ थे?
53 ब्रिटिश नागरिक, जिनमें से कई प्रो-फिलिस्तीन, इंटरनेशनल लॉ स्कॉलर्स, और ह्यूमन राइट्स वकील थे।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, 7 पुर्तगाली यात्रियों में 2 संयुक्त राष्ट्र सहयोगी अधिकारी भी शामिल थे।
📡 क्रैश से पहले पायलट का आखिरी संदेश: “We are hit…”
ATC की अप्रकाशित रिपोर्ट में यह उद्धरण सामने आया है, जिससे अंदेशा बढ़ता है कि विमान को साइबर हैक या किसी मैग्नेटिक रेडियो वेपन से Target किया गया।
📉भारत को अब जाग जाना होगा
ये घटनाएं महज़ दुर्घटनाएं नहीं, बल्कि संभावित खुफिया युद्ध (Intelligence War) का हिस्सा हो सकती हैं।
भारत को अपने एयर ट्रैफिक सिस्टम, डिफेंस लॉजिस्टिक्स और विदेश नीति इंटरफेस पर पूर्ण आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना होगा।
🔍 क्या होना चाहिए आगे?
1. स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच आयोग बनाया जाए।
2. Elbit, Boeing, Honeywell जैसे विदेशी रक्षा कॉन्ट्रैक्ट्स की समीक्षा की जाए।
3. जनरल बिपिन रावत और AI-171 क्रैश के कनेक्शन की संसदीय जांच हो।
🛑 डिस्क्लेमर
यह रिपोर्ट विश्लेषणात्मक, शोध-आधारित और स्वतंत्र पत्रकारिता का प्रयास है। कोई भी निष्कर्ष आधिकारिक जांच से पहले अंतिम नहीं माना जा सकता।
✍️ सैयद रिज़वान मुस्तफा
एडिटर – तहलका टुडे, – विशेषता :सुरक्षा, रणनीति और अंतरराष्ट्रीय राजनीति
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