दिल्ली से सैयद रिज़वान मुस्तफा की रिपोर्ट
दिल्ली की सियासी सरज़मीन पर एक मुलाक़ात हुई, जो केवल दो शख्सियतों के मिलने भर की बात नहीं थी। यह एक ऐतिहासिक लम्हा था – जब तहज़ीब ने ताक़त से हाथ मिलाया, जब समाजसेवा ने सत्ता के दरवाज़े पर दस्तक दी, और जब सेहत का गमछा बन गया दिलों की बात कहने का सबसे पाक वसीला।
🧣 सेहत का गमछा: अवाम की दुआओं का तोहफ़ा, लखनऊ की तहज़ीब की झलक
मुलाक़ात की सबसे ख़ास और रूहानी झलक तब सामने आई, जब अम्बर फाउंडेशन के चेयरमैन वफा अब्बास ने देश के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को सेहत का गमछा पहनाया। यह गमछा सिर्फ एक वस्त्र नहीं, बल्कि एक पैग़ाम था – जिसमें बसी थी आमजन की दुआएं, बुनी थी लखनऊ की तहज़ीब, और महक रही थी सेवा और सादगी की ख़ुशबू।
वफा अब्बास ने कहा, “ये गमछा नहीं, एक भरोसा है जो जनता से जुड़ता है, एक दुआ है जो बिना आवाज़ के असर करती है। यह उस समाज का चेहरा है जो सम्मान, सेहत और सेवा को अपना धर्म मानता है।”
✍️ सम्मान से मिशन तक: जब बातचीत बनी विकास की रूपरेखा
यह भेंट केवल एक शिष्टाचार मुलाक़ात नहीं थी, बल्कि विचारों का संगम भी थी। वफा अब्बास ने मुलाक़ात के दौरान जो योजनाएं रखीं, वे इस मुल्क के भविष्य की झलक पेश करती हैं:
- AI से लैस टॉपर छात्रों का सम्मान: उत्तर प्रदेश के 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्रों को AI आधारित प्रशिक्षण देने और उन्हें डिजिटल इंडिया के साथ जोड़ने की योजना मंत्री जी ने न केवल सराही, बल्कि इन बच्चों से खुद मिलने का वादा किया।
- कलेक्टर बिटिया, चश्मा वितरण और स्वास्थ्य योजनाएं: महिलाओं के सशक्तिकरण, बुज़ुर्गों की दृष्टि संबंधी सेवाएं और युवाओं के कौशल विकास जैसे विषयों पर भी गंभीर विमर्श हुआ।
🌸 सिंदूर कामयाबी और पद्मश्री कलीमुल्लाह खान की प्रेरणा
राजनाथ सिंह से हुई इस मुलाक़ात में सिंदूर कामयाबी की चर्चा भी आई, जिसकी प्रेरणा वफा अब्बास को मशहूर बागवानी वैज्ञानिक पद्मश्री कलीमुल्लाह खान से मिली थी। मंत्री जी इस प्रतीकात्मक बात को बेहद गहराई से समझते हैं — सिंदूर जो मेहनत और सफलता की पहचान बन चुका है।
📍लखनऊ के विकास की नई दिशा: तकनीक, तहज़ीब और तरक्क़ी
वफा अब्बास ने मुलाक़ात में लखनऊ के समग्र विकास पर खास बल दिया। उन्होंने रक्षा मंत्री को सुझाव दिया कि लखनऊ को तकनीकी, सांस्कृतिक और सामाजिक हब के रूप में विकसित किया जाए, जिसमें हर मोहल्ला आत्मनिर्भर और सुंदर हो।
राजनाथ सिंह ने बताया कि अब लखनऊ में ब्रह्मास्त्र मिसाइल का प्रोडक्शन केंद्र स्थापित हो रहा है – जिससे न केवल भारत की रक्षा शक्ति को बल मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और तकनीकी प्रशिक्षण के नए अवसर मिलेंगे।
📚 शिक्षक हृदय के नेता: राजनाथ सिंह का भावनात्मक पक्ष
मुलाक़ात के दौरान वफा अब्बास ने यह बात भी रेखांकित की कि श्री राजनाथ सिंह एक शिक्षक रहे हैं, और आज भी जब वे युवाओं से मिलते हैं तो उनका मन एक शिक्षक की तरह सोचता है। यह भावनात्मक जुड़ाव ही उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाता है।
🔦 जब समाजसेवा सत्ता से मिली: उम्मीद की एक सुबह
अम्बर फाउंडेशन की ओर से चलाई जा रही योजनाएं – कलेक्टर बिटिया, सेहत का गमछा, मोतियाबिंद ऑपरेशन, वजीफा योजना, और सांस्कृतिक शिक्षा शिविर – ये सब देश की जड़ों को मज़बूत करने वाले प्रयास हैं। रक्षा मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे काम सरकार और समाज के बीच पुल का काम करते हैं।
जब वफा मिले राष्ट्रनीति से, तब बनती है विकास की राह
वफा अब्बास और राजनाथ सिंह की यह मुलाक़ात एक भावनात्मक, बौद्धिक और योजनात्मक संवाद था। यह संवाद दर्शाता है कि जब वफा (ईमानदारी), वज़ा (गंभीरता) और वतन (देशभक्ति) एक साथ चलें, तो हर पहल एक क्रांति बन जाती है।
🧣 ‘सेहत का गमछा’ – वह प्रतीक जो अब केवल लखनऊ का नहीं, पूरे देश का संदेश बन चुका है – सेवा, सादगी और सौग़ात का!