तेहरान, IRNA – ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान ने चेतावनी दी है कि यदि इस्राईली शासन द्वारा ईरान पर आक्रामक कार्रवाई जारी रही, तो ईरानी सशस्त्र बल और भी अधिक “कठोर और दर्दनाक प्रतिक्रिया” देंगे।
राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान ने यह चेतावनी रविवार शाम इराक़ के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी से एक टेलीफोन वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने ईरानी सरकार और जनता के प्रति समर्थन और एकजुटता प्रकट करने पर अल-सुदानी का आभार व्यक्त किया और आग्रह किया कि इराक़ अपनी सीमाओं और हवाई क्षेत्र पर अधिक सतर्कता बरते, ताकि उन्हें ईरान के खिलाफ दुरुपयोग न किया जा सके।
पेज़ेश्कियान ने कहा, “ईरान ने युद्ध की शुरुआत नहीं की, लेकिन हमने मज़बूती के साथ जवाब दिया है, और यदि इस्राईली आक्रामकता जारी रही, तो उससे कहीं अधिक दर्दनाक और तबाही भरा जवाब दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि “किसी मित्र और भाईचारे वाले देश के हवाई क्षेत्र और ज़मीन का उपयोग कर ईरान पर हमला करना इस्राईली शासन के आपराधिक और आक्रामक चरित्र का खुला प्रमाण है, साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानकों का घोर उल्लंघन भी है।”
राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान ने मुस्लिम देशों से अपील की कि वे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एकजुट होकर इस्राईल की गैरकानूनी गतिविधियों और खुले हमलों का डटकर विरोध करें। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा, “हर वह देश जो शांति, सुरक्षा और स्थिरता चाहता है, उसे ज़ायोनी शासन की आक्रामकता का प्रतिरोध करना होगा।”
जवाब में, इराक़ी प्रधानमंत्री अल-सुदानी ने इस्राईल की आक्रामकता की कड़ी निंदा की और हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “ईरान की प्रतिक्रिया उसकी क्षेत्रीय अखंडता की वैध रक्षा और एक ऐसे शासन के खिलाफ निर्णायक कदम थी जो क़ब्ज़े, अपराध और उल्लंघनों पर आधारित है।”
अल-सुदानी ने यह भी स्पष्ट किया कि इराक़ी हवाई क्षेत्र के ईरान के खिलाफ उपयोग को लेकर बगदाद ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है, और अब सीमाओं और हवाई क्षेत्र की निगरानी को और अधिक गंभीरता से लिया जाएगा।