“रहमत गोल्ड कीमिया” ब्रांड खजूर का 13 रजब पर आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने दुआओं के साथ किया शुभारंभ: मौलाना जहीर हसन खान की खजूरों पर नई पहल
तहलका टुडे टीम
लखनऊ: तंजीमुल मकातिब के पूर्व छात्र मौलाना जहीर हसन खान, जिन्होंने मुंबई से एमबीए कर इंपोर्ट-एक्सपोर्ट के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई, ने खजूर के महत्व को एक नई पहचान देने की पहल की है। जनाबे मरियम और जनाबे ईसा (अ.स) की विलादत पर अल्लाह की नेमत ऐतिहासिक संदर्भ में खजूर की अहमियत पर आधारित उनका ब्रांड “रहमत गोल्ड कीमिया” 13 रजब मौला इमाम अली (अ.स) की विलादत के मौके पर भव्य समारोह में लॉन्च किया गया।
इस अवसर पर जियाउल हसन साहब, फादर ऑफ हिमास कंपनी की मौजूदगी में भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथॉरिटी आफताबे शरीयत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी और अंबर ग्रुप के चेयरमैन वफा अब्बास ने ब्रांड का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की शुरुआत सभी मेहमानों का माला पहनाकर और मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी साहब को बुके भेंट कर की गई।
खजूर की अहमियत पर जोर
मौलाना जहीर हसन खान ने इस मौके पर कहा कि खजूर सिर्फ एक खाद्य पदार्थ नहीं, बल्कि परवरदिगार की एक बेहतरीन नेमत है। उन्होंने बताया कि “रहमत गोल्ड कीमिया” ब्रांड की खजूरें इंटरनेशनल क्वालिटी की हैं और लखनऊ के लुलु और पलासियो समेत कई प्रतिष्ठित मॉल में उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ब्रांड को लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है, और यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है।
आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद का संदेश
मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “इस तरह की योजनाएं न केवल हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को जिंदा रखती हैं, बल्कि रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी योगदान देती हैं। खजूर पर आधारित यह पहल यकीनन समाज के लिए एक बड़ी रहमत साबित होगी।”
उन्होंने नवजवानों को पैगाम दिया कि कारोबार की तरफ मुत वज्जे हो, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट में लगकर भारत की ताकत बने।
अंतरराष्ट्रीय पहचान की ओर
रहमत गोल्ड कीमिया ब्रांड की खजूरें स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरपूर हैं और इसकी गुणवत्ता का मानदंड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तय किया गया है। कंपनी के मार्केटिंग हेड हैदर ने बताया कि ब्रांड की खूबियों के बारे में बताते हुए कहा जल्द ही भारत के अन्य शहरों के साथ-साथ विदेशों में भी उपलब्ध कराया जाएगा।
समारोह में मौजूद शख्सियतें
इस मौके पर यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य मौलाना रज़ा हुसैन साहब, मौलाना हैदर अब्बास साहब, मौलाना ज़ैग़म अब्बास साहब, मौलाना अब्बास रज़ा साहब के अलावा कई प्रमुख शख्सियतें मौजूद थीं।
कार्यक्रम का समापन दुआओं और उम्मीदों के साथ हुआ कि “रहमत गोल्ड कीमिया” न केवल एक ब्रांड बल्कि सेहत और खुशहाली का प्रतीक बने।