तहलका टुडे टीम
बाराबंकी:शिक्षा की ज़मीन पर एक बार फिर आनंद भवन स्कूल के होनहारों ने मेहनत और लगन के फूल खिला दिए हैं। वर्ष 2025 की आईएससी (कक्षा 12वीं) और आईसीएसई (कक्षा 10वीं) बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर न सिर्फ स्कूल बल्कि पूरे बाराबंकी जिले का नाम रौशन कर दिया है।
इस शानदार सफलता के पीछे जो सबसे बड़ा नाम सामने आता है, वह है स्कूल की डायनामिक प्रिंसिपल सिस्टर अर्चना का। उनकी दूरदर्शी सोच, शिक्षण के प्रति समर्पण, और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर उनका जुनून, आज बाराबंकी को इल्म के चिरागों से रौशन कर रहा है।
सफल छात्रों को मिली बधाईयों की बौछार
आनंद भवन स्कूल की इस ऐतिहासिक सफलता पर क्षेत्र और प्रदेश की नामचीन हस्तियों ने छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व प्रबंधन को दिल से बधाई दी है।
सांसद श्री तनुज पुनिया ने कहा, “यह परिणाम बाराबंकी की शैक्षिक चेतना का प्रतीक है। छात्रों और शिक्षकों को दिली मुबारकबाद देता हूँ।”
पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने कहा, “यह सिर्फ एक स्कूल की नहीं, पूरे जिले की उपलब्धि है। सिस्टर अर्चना के नेतृत्व में यह सफलता प्रेरणादायक है।”
पूर्व सांसद व वरिष्ठ नेता पी.एल. पुनिया ने भी विद्यार्थियों के प्रदर्शन को सराहते हुए कहा, “ऐसी कामयाबी शिक्षा की असली ताक़त को दर्शाती है।”
पूर्व सांसद प्रियंका सिंह रावत ने कहा, “यह परिणाम बाराबंकी की बेटियों और बेटों की मेहनत का नतीजा है, जिन्हें और प्रोत्साहन मिलना चाहिए।”
पूर्व एमएलसी श्री राजेश यादव ने कहा, “बच्चों का यह प्रदर्शन साबित करता है कि अगर नेतृत्व अच्छा हो तो गांव-ज़िले से भी सितारे निकलते हैं।”
प्रेस फाउंडेशन ट्रस्ट के सचिव सैयद रिज़वान मुस्तफा ने भी मुबारकबाद देते हुए कहा, “सिस्टर अर्चना की मेहनत और शिक्षकों की ईमानदारी ने इस स्कूल को एक रोल मॉडल बना दिया है।”
कामयाबी की मिसाल बनी छात्र सूची
प्रधानाचार्या सिस्टर अर्चना का संदेश:
“हर बच्चा एक चमकता सितारा है, बस ज़रूरत है उसे सही दिशा में तराशने की। हमारे स्कूल का उद्देश्य सिर्फ परीक्षा में अंक लाना नहीं, बल्कि एक चरित्रवान नागरिक बनाना भी है। यह सफलता सभी की सामूहिक मेहनत का नतीजा है।”
बाराबंकी में गौरव और गर्व का क्षण:
इस सफलता ने फिर एक बार साबित कर दिया है कि जब नीयत साफ़ हो, नेतृत्व सशक्त हो और मेहनत ईमानदार हो — तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। आनंद भवन स्कूल आज बाराबंकी की उम्मीद, पहचान और प्रेरणा बन चुका है।