तहलका टुडे टीम
इज़राइल में आंतरिक संघर्ष का नया अध्याय: प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को हटाने का विवादास्पद फैसला लिया है, जो देश की सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल सकता है। गैलेंट की बर्खास्तगी का कारण विश्वास की कमी बताई गई है, जो इज़राइल की युद्धकालीन एकता पर गहरा असर डाल रही है।
सेना में बगावत का खतरा: नेतन्याहू ने इसराइल काट्ज को नए रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया है, जबकि गीडोन सार को विदेश मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है जब इज़राइल युद्ध जैसी गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। गैलेंट की बर्खास्तगी के बाद देश में असंतोष और राजनीतिक तनाव बढ़ गया है, जिससे सेना के भीतर बगावत की आशंका पैदा हो गई है।
यायिर लापिड का कड़ा हमला: इज़राइल के विपक्षी नेता यायिर लापिड ने गैलेंट को हटाने की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे “पागलपन” करार देते हुए कहा कि नेतन्याहू अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए इज़राइल की सुरक्षा को जोखिम में डाल रहे हैं। लापिड ने चेतावनी दी है कि वर्तमान सरकार कट्टर दक्षिणपंथियों की प्राथमिकताओं को प्राथमिकता दे रही है, जिससे देश की सुरक्षा स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है।लापिड ने येश आतिद पार्टी के सदस्यों और सभी देशभक्त यहूदियों से अपील की है कि वे इस संकट के खिलाफ सड़कों पर उतरें और विरोध प्रदर्शन करें।
क्या इज़राइल का भविष्य अंधकार में है? यह घटनाक्रम न केवल इज़राइल की आंतरिक राजनीति में, बल्कि उसके सुरक्षा परिदृश्य में भी गहरा असर डाल सकता है। लापिड का यह बयान इज़राइल की जटिल राजनीतिक स्थिति को उजागर करता है, जिसमें वे एक महत्वपूर्ण आवाज बने हुए हैं।
इस समय, गाजा और लेबनान के मासूमों और विधवाओं की बददुआओं का असर स्पष्ट रूप से इज़राइल में देखा जा रहा है। नागरिकों के बीच बढ़ती असहमति और राजनीतिक अस्थिरता देश के भविष्य के लिए एक गंभीर संकेत है।
इजराइल में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल से देश की सुरक्षा और एकता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं, जो क्षेत्रीय स्थिरता को भी प्रभावित कर सकते हैं। यह घटनाक्रम इज़राइल की आंतरिक और बाहरी चुनौतियों को एक बार फिर से उजागर करता है।