तहलका टुडे टीम/समर मेहदी
लखनऊ:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 20 से 22 नवंबर, 2024 तक लाओ पीडीआर के वियनतियाने में आयोजित 11वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेने के लिए अपनी आधिकारिक यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। इस बैठक में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
बैठक के दौरान, राजनाथ सिंह विभिन्न देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और अन्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इन बैठकाओं का उद्देश्य रक्षा सहयोग को और मजबूत करना और वैश्विक सुरक्षा पर संयुक्त प्रयासों को बढ़ावा देना है।
एडीएमएम-प्लस एक महत्वपूर्ण मंच है, जो आसियान सदस्य देशों और उनके वार्ता साझेदारों के बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने का कार्य करता है। भारत, जो 1992 से आसियान का वार्ता साझीदार है, इस बैठक में सक्रिय रूप से भागीदारी निभाएगा।
आसियान देशों में सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने के इस प्रयास में भारत का योगदान हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। एडीएमएम-प्लस के तहत यह बैठक हर साल आयोजित की जाती है, जिसमें रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक विचार-विमर्श किए जाते हैं। इस बार लाओ पीडीआर 11वीं एडीएमएम-प्लस बैठक का अध्यक्ष और मेज़बान है, जो क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए वैश्विक दृष्टिकोण को साझा करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की इस यात्रा से द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को नया मुकाम मिलने की उम्मीद है और इससे भारत के वैश्विक सुरक्षा साझेदारों के साथ रिश्ते और मजबूत होंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की इस यात्रा से न केवल द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए साझेदार देशों के साथ सहयोग की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। आसियान और इसके वार्ता साझेदारों के बीच सुरक्षा मामलों पर विचार-विमर्श करने का यह अवसर, सामूहिक रूप से वैश्विक सुरक्षा स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदमों की पहचान करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।
बैठक के दौरान, रक्षा मंत्री अपने समकक्षों से क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा करेंगे। इन मुद्दों पर साझेदारी और सहयोग को मजबूत करने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर भी विचार किया जाएगा। यह बैठक आसियान देशों और उनके साझेदारों के बीच पारस्परिक विश्वास और सहयोग को बढ़ाने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करती है।
भारत की रक्षा नीति, जो क्षेत्रीय सुरक्षा और शांति को प्राथमिकता देती है, इस बैठक के माध्यम से और अधिक सुदृढ़ होगी। भारत का उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने का है, और एडीएमएम-प्लस के मंच पर इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कई रणनीतियाँ तय की जाएंगी।
इस सम्मेलन के माध्यम से, भारत अपने साझेदार देशों के साथ वैश्विक सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। इस प्रकार, 11वीं एडीएमएम-प्लस बैठक के आयोजन से क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण असर पड़ेगा और यह आसियान देशों और भारत के बीच सहयोग को और भी प्रगति की ओर ले जाएगा।