चिराग तले अंधेरा: उत्तर प्रदेश की राजधानी से 25 किमी दूर 40 लाख की आबादी वाला बाराबंकी जिला अस्पताल दिल के डॉक्टर से वंचित

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तहलका टुडे टीम/सदाचारी लाला उमेश चंद्र श्रीवास्तव/मोहम्मद वसीक

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश का बाराबंकी जिला, जो राजधानी लखनऊ से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और 40 लाख की आबादी को सेवाएं प्रदान करता है, आज भी स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव का दंश झेल रहा है। जिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) की अनुपस्थिति ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि आप हृदय रोगी हैं और बाराबंकी के जिला अस्पताल पहुंचते हैं, तो वहां केवल निराशा ही हाथ लगती है।

रेफर सेंटर बना जिला अस्पताल

जिला अस्पताल में दिल के मरीजों का इलाज संभव नहीं है क्योंकि यहां कार्डियोलॉजिस्ट उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में अस्पताल केवल एक “रेफर सेंटर” बनकर रह गया है। गंभीर स्थिति में मरीजों को लखनऊ भेज दिया जाता है। कई बार तो मरीज सफेदाबाद पहुंचने से पहले ही मौत का शिकार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक और शर्मनाक है।

सांसद तनुज पुनिया गंभीर, जनता परेशान

बाराबंकी के सांसद तनुज पुनिया ने इस गंभीर समस्या को लेकर शासन से अपील की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिला अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति अब और टाली नहीं जा सकती। सांसद ने अपने प्रस्ताव के माध्यम से यह मुद्दा लोकसभा में भी उठाया और स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शासन को भेजे गए पत्र में स्वीकार किया है कि जिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती बेहद जरूरी है। पत्र में बताया गया है कि मरीजों को विशेषज्ञ की अनुपस्थिति के कारण लखनऊ और अन्य स्थानों पर इलाज के लिए जाना पड़ता है, जिससे उनका समय और धन दोनों बर्बाद होता है।

मौत का आंकड़ा बढ़ा, जनता में रोष

बाराबंकी में दिल के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। उचित इलाज के अभाव में कई लोग सफेदाबाद या लखनऊ जाते समय दम तोड़ देते हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सरकार को इस दिशा में तत्काल कदम उठाने चाहिए।

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से जनता की अपील

बाराबंकी की जनता ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से फरियाद की है कि जिले के ट्रॉमा सेंटर को अत्याधुनिक उपकरणों और सभी प्रकार की रोग विशेष सेवाओं से सुसज्जित किया जाए। नागरिकों का कहना है कि बाराबंकी जैसे बड़े जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ट्रॉमा सेंटर को अपग्रेड करना क्षेत्र के लाखों मरीजों के लिए जीवनदायी साबित होगा।

शासन ने दिए संकेत, जल्द होगी नियुक्ति

स्वास्थ्य विभाग ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पत्र के आधार पर यह संकेत दिए हैं कि जल्द ही जिला अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही ट्रॉमा सेंटर के उन्नयन के लिए भी योजनाओं पर विचार किया जा रहा है। इन कदमों से बाराबंकी में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर बेहतर होने की उम्मीद है।

https://youtu.be/f-shEEMnJMg?si=qq-EE9yCxFN668l0

स्वास्थ सेवाओं का उन्नयन समय की मांग

बाराबंकी जिला अस्पताल में दिल के डॉक्टर की अनुपस्थिति और ट्रॉमा सेंटर की अपग्रेडेशन की मांग केवल स्वास्थ्य समस्या नहीं है, बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। यदि सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने समय रहते इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है।

आम जनता की उम्मीदें और सरकारी कदम:
बाराबंकी के नागरिकों को उम्मीद है कि उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के नेतृत्व में शासन और प्रशासन इस दिशा में ठोस निर्णय लेकर जल्द से जल्द स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करेगा, ताकि लाखों लोगों की जान बचाई जा सके और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।

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