19 अरब डॉलर का धोखा, सोने का जहाज़, और रंडियों का इस्तक़बाल — फिर भी इज़राइल ने सीटी बजा दी!

A satirical take on Qatar’s $19B defense fiasco — golden planes, lavish welcomes, and Western weapons turned useless with a single button. The article ridicules America, Israel, and Arab rulers’ false alliances and wasted billions.

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✍️ सैयद रिज़वान मुस्तफ़ा

दोहा के आसमान पर इज़राइल ने जब बम बरसाए तो अरबों डॉलर के हथियार ऐसे गायब हुए जैसे किसी गली में बारात आते ही मोहल्ले का बिजली वाला भाग जाता है।
क़तर ने क्या-क्या जतन नहीं किए थे!

19 अरब डॉलर के सुपर-डुपर हथियार खरीदे — Patriot PAC-3, NASAMS-2, Rapier, Roland।
अमरीका को खुश करने के लिए सोने का जहाज़ तोहफ़े में दिया।
और तो और, ट्रम्प साहब के इस्तक़बाल के लिए रंडियों से बाल खुलवाकर डांस भी कराया!
लेकिन नतीजा? इज़राइल ने बस एक सीटी बजाई और पूरे अरब मुल्कों की हवा निकल गई।

सोने का जहाज़ और ताँबे की अक़्ल
भाई, जहाज़ तो सोने का दे दिया, मगर दिमाग़ कहाँ से खरीदोगे?
ट्रम्प ने जहाज़ पर बैठकर मुस्कुराया, हाथ हिलाया और सोचा — “वाह रे शेख़ो, तुम्हारे पास दिमाग़ से ज़्यादा सोना है।”
लेकिन जब हमला हुआ तो वही सोने का जहाज़ किसी काम न आया। आखिर जहाज़ है, “आयरन डोम” नहीं।

अरब मुल्कों की “सुरक्षा” का पासवर्ड
असल में अरब मुल्कों की सुरक्षा का पासवर्ड वॉशिंगटन और तेल अवीव के पास है।
तुम चाहे अरबों डॉलर के हथियार खरीद लो, मगर बटन दुश्मन के हाथ में है।
अब इज़राइल ने बटन दबाया और सिस्टम बंद। जैसे बच्चा टीवी का रिमोट छीनकर चैनल बदल दे और अब्बा बस देखते रह जाएँ।

ट्रम्प की दोस्ती = शादी-ब्याह का DJ
ट्रम्प की दोस्ती भी वैसी है जैसे बारात में DJ वाला अचानक तार निकालकर भाग जाए।
पैसे पूरे ले लो, गाना बजाओ “हम आपके हैं कौन”, मगर जैसे ही बाराती नाचने लगें, सारा साउंड सिस्टम ध्वस्त।
यही हाल क़तर का हुआ।

अब समझ में आया ईरान?
ईरान बरसों से चिल्ला रहा था: “ओ मुसलमानों! ये अमरीका-इस्राईल तुम्हारे दोस्त नहीं, दलाल हैं।”
लेकिन अरब शेख़ हंसते थे और कहते थे: “हमारे पास डॉलर है, हम सब खरीद लेंगे।”
आज हालत ये है कि डॉलर खर्च कर के भी इज़्ज़त उधार लेनी पड़ रही है।

अय्याशी का बिल और शर्म का दिवाला
क़तर और उसके दोस्तों ने अमेरिकन और यहूदियों से अय्याशी तो खूब की —

रंडियों से बाल खुलवाकर ट्रम्प का स्वागत,
अरबों डॉलर के तोहफ़े,
सोने का जहाज़,
और होटल के कमरे जो डॉलर गिनने की मशीन से भरे रहते हैं।
मगर जब इज़राइल ने सीटी बजाई तो सारे शेख़ ऐसे छुपे जैसे घर का बिल्ली देखकर कबूतर आँखें बंद कर ले।

हकीकत की हँसी
असल में यह पूरी कहानी किसी कॉमेडी फिल्म से कम नहीं। फर्क बस इतना है कि यहाँ हंसी के साथ शर्म भी जुड़ी है।
अमेरिका-इज़राइल और अरब मुल्कों की मोहब्बत अब “मुहब्बत” नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा जोकर शो है।
और इस शो की टिकट की कीमत है — उम्मत का खून और अरबों डॉलर का खजाना!

😂 तो जनाब, अब तो हंसते-हंसते पेट फट ही जाना चाहिए।
क्योंकि अगर इस धोखे और अय्याशी पर भी कोई न हंसे, तो फिर रोने के अलावा और क्या बचेगा?

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