तहलका टुडे टीम/अज़मी रिज़वी
बाराबंकी, जैदपुर। जिले में वक्फ संपत्तियों पर हो रहे घोटाले और कब्जों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। आफताब-ए-शरीयत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी ने बीती रात इमामबाड़ा वक्फ जदीद, जैदपुर में मजलिस के बाद प्रेस से बातचीत में कहा कि बाराबंकी में 4500 से अधिक वक्फ संपत्तियों में से 4000 से ज्यादा गायब कर दी गई हैं। उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन और भू-माफियाओं की मिलीभगत को जिम्मेदार ठहराया और तत्काल सीबीआई या हाई-लेवल जांच की मांग की।
जैदपुर में तमाम वक्फ खत्म, लोग खौफ में!
मौलाना जवाद साहब ने कहा,
“बाराबंकी में 4500 वक्फ थे, जिनमें से सिर्फ 300 शिया वक्फ हैं और बाकी सुन्नी। शियाओं के कुछ बचे हैं, लेकिन सुन्नी वक्फों का 90% सफाया हो चुका है। जैदपुर जैसे इलाकों में तमाम वक्फ या तो कब्जा लिए गए या खुर्द-बुर्द कर दिए गए। लोग डरे हुए हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।”
वक्फ अमेंडमेंट बिल पर तीखा हमला
मौलाना ने हाल ही में संसद में पेश किए गए वक्फ अमेंडमेंट बिल को भू-माफियाओं के हित में बताया और कहा कि यह कानून वक्फ संपत्तियों को बचाने के बजाय उन्हें कब्जाने वालों को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा,
“यह बिल वक्फ विरोधी है और इसे तुरंत रद्द किया जाना चाहिए। अगर यह लागू हुआ तो धरोहरों का नामोनिशान मिट जाएगा।”
डीएम- कमिश्नर पर गंभीर आरोप, प्रशासन करे सख्त कार्रवाई!
मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि जिला प्रशासन वक्फ संपत्तियों की बर्बादी का जिम्मेदार है। उन्होंने डीएम और कमिश्नर की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी अनदेखी की वजह से औक़ाफ़ खत्म हो रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
अब चुप नहीं बैठेगा समाज!
मौलाना ने समाज से एकजुट होकर वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार वक्फ संपत्तियों की रक्षा नहीं कर सकती, तो इन्हें ईमानदार मुसलमानों के हवाले कर देना चाहिए, ताकि वे खुद इनकी देखरेख कर सकें।
प्रशासन अब भी खामोश रहेगा या कार्रवाई करेगा?
मौलाना कल्बे जवाद नकवी के इस बयान से बाराबंकी में हड़कंप मच गया है। अब सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन इस घोटाले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करेगा या फिर वक्फ संपत्तियां यूं ही लुटती रहेंगी?