तहलका टुडे टीम
बाराबंकी। शहर में सक्रिय भू-माफियाओं के अवैध कब्जों और गैरकानूनी गतिविधियों का खुलासा करना एक पत्रकार को भारी पड़ गया। भू-माफिया जसमीत सिंह, मनप्रीत सिंह, रविंद्र सिंह, सरदार संतोष सिंह व उनके गिरोह द्वारा किए जा रहे अवैध कब्जों और अपराधों के बारे में रिपोर्टिंग की थी, जिसके बाद से उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इतना ही नहीं, अब उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश भी रची जा रही है।
अवैध कब्जों और अपराधों का विवरण:
1. बस अड्डे के पास नाले पर अवैध कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया, जिसे पूर्व जिलाधिकारी मिनिस्ती एस ने गिराने के आदेश दिए थे।
2. वन विभाग और वक्फ की जमीन पर कई जगह अवैध कब्जे किए गए हैं, जिन पर एफआईआर दर्ज हैं।
3. रसूलपुर तिराहे पर वक्फ नवाब अमजद अली खान की संपत्ति पर बने कल्याण मेडिकल स्टोर को गैरकानूनी तरीके से बेच दिया गया।
4. लाजपत नगर में वक्फ नवाब अमजद अली खान की जमीन पर अवैध निर्माण कर उसे बेचने का प्रयास किया गया। जो सरासर गलत और गैर कानूनी तरीके से एग्रीमेंट किया गया।
5. पटेल चौराहे पर अवैध मार्केट बनाकर डीएम के आदेशों की अनदेखी की गई।
6. शांति बिहार कॉलोनी आबादी में दर्ज नगरपालिका सीमा अंदर (गाटा संख्या 101 और 100) को खेतिहर घोषित कर वहां के रहवासियों के घरों पर बुलडोजर चलवाने का प्रयास किया गया, जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची है।
पत्रकार को दी गई धमकियां
इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ रिपोर्टिंग करने के बाद पत्रकार को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा और भू-माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पत्रकार संगठनों में रोष
इस घटना के बाद जिले के पत्रकार संगठनों प्रेस फाउन्डेशन ट्रस्ट और सामाजिक कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। पत्रकारों ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और पत्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
और भू माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करे जिला प्रशासन और अवैध कब्जो को हटाया जाय।