पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर भारत की जवाबी कार्यवाही पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शर्मनाक कहने पर पर भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी की सख्त प्रतिक्रिया,किया कड़ी निंदा,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साहसिक नेतृत्व की किया सराहना

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पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर भारत की जवाबी कार्यवाही पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शर्मनाक कहने पर पर भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी की प्रतिक्रिया,किया कड़ी निंदा,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साहसिक नेतृत्व की किया सराहना

तहलका टुडे टीम

लखनऊ: भारत की धार्मिक चेतना, साहस और आत्मविश्वास के प्रतीक मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के पाकिस्तान स्थित आतंकवादी अड्डों पर की गई जवाबी कार्रवाई को “शर्मनाक” कहे जाने की कड़ी निंदा की है। मौलाना ने अमेरिकी साम्राज्यवाद और उसकी नीतियों को न सिर्फ़ आलोचना की, बल्कि यह भी कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों के पास भारत को उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि उनका इतिहास मानवता के खिलाफ जघन्य अपराधों से भरा हुआ है।

मौलाना ने कहा, “यह वही ट्रंप हैं, जिनकी सरकार ने जनरल कासिम सुलेमानी को बगदाद एयरपोर्ट पर ड्रोन हमले से मारा, और उसी अमेरिका ने ग़ज़ा में मासूम बच्चों के खून पर चुप्पी साधी। क्या यह वही अमेरिका है, जो अपनी बुरी नीतियों के चलते दुनिया भर में आतंकवाद और अस्थिरता फैला रहा है?”

अमेरिका के साम्राज्यवादी कारनामे:

मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी ने अमेरिकी साम्राज्यवादी नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख किया:

जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या (2020): मौलाना ने याद दिलाया कि अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक सशक्त नेता isis का खात्मा करने वाले जनरल सुलेमानी को बगदाद एयरपोर्ट पर ड्रोन हमले से मारा, जो मानवता के खिलाफ एक घिनौना अपराध था।

ईरान-इराक युद्ध (1980-88): मौलाना ने यह भी कहा कि अमेरिका ने इस युद्ध में हथियारों से लैस कर इस्लामी दुनिया को कमजोर किया, जिससे लाखों लोग मारे गए।

इराक पर हमला (2003): “Weapons of Mass Destruction” का झूठ गढ़कर अमेरिका ने इराक पर हमला किया, और उसकी नीतियों ने पूरी पीढ़ी को नष्ट कर दिया।

ग़ज़ा में मासूमों का कत्लेआम (2023-2024): मौलाना ने इज़राइल द्वारा ग़ज़ा में किए गए नरसंहार के समर्थन में अमेरिका के मूक समर्थन को भी निंदनीय बताया और पूछा, “क्या अमेरिका खुद को सभ्यता का रक्षक कह सकता है, जब वह बच्चों की लाशों पर खड़ा है?”

ओसामा बिन लादेन को बनाने और पाकिस्तान में मारने वाला भी अमेरिका रहा है जो जग जाहिर है।

मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नकवी ने भारत की वीरता और आत्मनिर्भरता का जिक्र करते हुए कहा, “भारत अब सिर्फ़ सुनता नहीं, वह जवाब भी देता है!” उन्होंने भारत के लिए एक गर्व की बात कही, “हम जनरल सुलेमानी की कुर्बानी को नहीं भूल सकते। हम ग़ज़ा के बच्चों की चीखें सुनते हैं। हम अपने जनरल बिपिन रावत के लिए इंसाफ़ चाहते हैं। अब भारत किसी से डरने वाला नहीं है।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अभिनन्दन:

मौलाना ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साहसिक नेतृत्व की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “राजनाथ सिंह ने अपने साहसिक निर्णयों से यह सिद्ध कर दिया कि भारत अपने लोगों की सुरक्षा और सम्मान के लिए हर कदम उठाने में सक्षम है। उनका नेतृत्व न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है।”

भारत की वैश्विक भूमिका:

मौलाना ने यह स्पष्ट किया कि भारत अब केवल प्रतिक्रिया नहीं करता, बल्कि सक्रिय रूप से अपनी संप्रभुता की रक्षा करता है। “भारत अब किसी बाहरी ताकत से नहीं डरता। हमने यह साबित कर दिया है कि हमारी ताकत, हमारा संकल्प और हमारी रक्षा पूरी दुनिया को यह संदेश दे रही है कि हम न डिगेंगे, न झुकेंगे।”

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