भारत की निर्णायक एयर स्ट्राइक: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में आतंकवाद को करारा जवाब
तहलका टुडे टीम
जब भारत ने फिर दिखाया अपना असली रूप
भारत एक बार फिर अपनी शांति-प्रिय लेकिन दृढ़ राष्ट्रीय नीति के साथ विश्व मंच पर मुखर हुआ है। आतंक के गढ़ में घुसकर भारतीय सेना द्वारा की गई सफल और सटीक एयर स्ट्राइक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब भारत सहन नहीं, सशक्त प्रतिक्रिया का पर्याय है। इस गौरवशाली अभियान के पीछे जिनका साहसी और राष्ट्रवादी नेतृत्व रहा—वह हैं माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह।
राजनाथ सिंह: नेतृत्व की मिसाल, संकल्प का प्रतीक
लखनऊ के लोकप्रिय सांसद और भारत के यशस्वी रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह न केवल सैन्य शक्ति के सजग मार्गदर्शक हैं, बल्कि वे भारतीय संस्कृति, गरिमा और रणनीति के अद्वितीय संगम हैं। उनके मार्गदर्शन में भारतीय सेना ने न केवल अपनी आक्रामक रणनीतिक क्षमता को सशक्त किया है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत को एक आत्मनिर्भर और निर्णायक राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत किया है।
इस बार भी, जब सीमा पार आतंकवाद ने भारत की सहनशीलता को परखा, तो श्री राजनाथ सिंह जी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवादियों के ठिकानों पर सर्जिकल वार किया—एक ऐसा वार जो केवल हथियारों से नहीं, बल्कि साहस, योजना और संकल्प से किया गया।
अंबर फाउंडेशन की सराहना: लखनऊ की तहज़ीब में डूबा राष्ट्रीय अभिमान
अंबर फाउंडेशन, जो कि सामाजिक समर्पण और राष्ट्रीय चेतना के लिए जाना जाता है, ने इस कार्रवाई का पूर्ण समर्थन किया है। फाउंडेशन के चेयरमैन वफ़ा अब्बास ने अपने वक्तव्य में कहा:
“हम माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी को हार्दिक बधाई देते हैं। यह हमला केवल एक सैन्य कदम नहीं था, यह भारत की नई सोच का प्रतीक है—जिसमें हम शांति के पुजारी हैं, लेकिन अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।”
वफ़ा अब्बास ने कहा कि यह कार्रवाई भारत की सैन्य क्षमता के साथ-साथ हमारी राजनीतिक परिपक्वता और आत्म-सम्मान का भी प्रमाण है। उन्होंने कहा:
“लखनऊ को गर्व है कि उसका प्रतिनिधि देश की सुरक्षा नीति का सबसे मजबूत स्तंभ है। माननीय श्री राजनाथ सिंह जी ने यह सिद्ध कर दिया कि लखनऊ की तहज़ीब और दिल्ली की शक्ति जब मिलती है, तो भारत नया इतिहास रचता है।”
भारतीय सेना: राष्ट्र की शान, शौर्य की पहचान
इस अभियान में भारतीय सेना की तकनीकी दक्षता और रणनीतिक तीव्रता ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया। लक्ष्य को सटीकता से भेदना, नागरिक क्षेत्र से दूर रहना, और बिना किसी बड़े नुकसान के मिशन को पूरा करना—यह सभी उस निपुणता का परिचायक है जो सेना ने बीते वर्षों में अर्जित की है।
रक्षा मंत्रालय की नीतियों, उच्च स्तर के प्रशिक्षण और अत्याधुनिक उपकरणों की आपूर्ति ने भारतीय सेना को वैश्विक स्तर की ताकत बना दिया है।
भारत अब कहता है – हम शांति चाहते हैं, पर दुर्बल नहीं हैं
माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के सशक्त नेतृत्व में भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह केवल बातें करने वाला देश नहीं, बल्कि ज़रूरत पड़ने पर कार्रवाई करने वाला राष्ट्र है। आतंकवाद को केवल राजनीतिक मंचों पर निंदा करने से नहीं, बल्कि उसके मूल में जाकर जवाब देने की नीति भारत ने अपनाई है।
अंबर फाउंडेशन, वफ़ा अब्बास और समस्त देशवासियों ने इस कदम का समर्थन करते हुए भारत की सेना और नेतृत्व को नमन किया है। यह भारत के लिए केवल एक सैन्य अभियान नहीं था—यह भारत की आत्मा का जागरण था।