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THlkaEDITR
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🛑 क्या शिया वक़्फ़ बोर्ड आज भी मूर्तद वसीम रिज़वी की छत्रछाया में चल रहा है?

तहलका टुडे टीम

लखनऊ:❗जब तक वसीम के कारिंदे औक़ाफ़ में मौजूद हैं, तब तक बेईमानी, बेहयाई और साज़िशें ज़िंदा रहेंगी!

वो वसीम रिज़वी…
जिसने कुरआन-ए-पाक में तहरीफ़ की मांग की,
रसूल-ए-पाक ﷺ की शान में गुस्ताख़ी की,
और औक़ाफ़ की दौलत को लूटा, बेच डाला, और बर्बाद कर दिया —
आज भी उसके वफादार, मुखबिर, और हमदर्द शिया वक्फ़ बोर्ड और रहबर-ए-हिंद जैसे प्लेटफ़ॉर्मों पर पैर फैलाए बैठे हैं।

और अफ़सोस!
अब यही गैंग आफ़ताब-ए-शरीअत मौलाना डॉ. कल्बे जवाद नक़वी साहब के मिशन “सेव वक्फ इंडिया” के खिलाफ साज़िश में जुट गया है।


🕯️ क़ौम देख रही है…

कौन-कौन है जो:

  • वसीम मूर्तद के नक्शे-क़दम पर चल रहा है,
  • औक़ाफ़ की मिल्कियतों को खुर्द-बुर्द कर रहा है,
  • वकील हो या मेंबर, कर्मचारी हो या अफसर — सबका चेहरा बेनकाब हो रहा है।

बोर्ड में ऐसे लोगों का जमावड़ा है जो:

  • वसीम के इशारे पर काम करते हैं,
  • उसी की प्लानिंग पर मसरूफ़ हैं,
  • आज भी उसकी छाया में औक़ाफ़ को लूटने में लगे हैं।

😡 रहबर-ए-क़ौम के फ्लोवर (प्लेटफ़ॉर्म) पर भी ज़हर फैलाया जा रहा है!

“रहबर-ए-हिंद” जैसे मुक़द्दस ग्रुप में वो चेहरे दाखिल हो रहे हैं जो कभी वसीम के दाएं-बाएं खड़े थे। अब वो हमदर्द बनकर अंदर घुसकर साज़िशें कर रहे हैं।
आफ़ताब-ए-शरीअत के खिलाफ झूठा माहौल बना रहे हैं, उनको बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं — अब ये बर्दाश्त नहीं होगा!


🔥 क्यों आज तक वसीम के साथियों को नहीं हटाया गया?

क्यों उनका रिन्युअल किया गया?
क्यों अब भी वो मुनाफ़िक औक़ाफ़ के दस्तावेज़ों, फैसलों, और दौलत के पास हैं?

क्या वसीम के जाने के बाद उसकी रूह अब भी वक़्फ़ बोर्ड में घूम रही है?


🤐 और उलेमा कोटे से सदस्य मौलाना रज़ा हुसैन रिज़वी साहब जिन्होंने आजम खान और वसीम मूर्तद के हटने तक अमामां उतार दिया था,अब उनकी भी खामोशी चर्चा में ?

क्या ये खामोशी इत्तेफाक है या मजबूरी?
जब सारा बोर्ड वसीम के लूटे हुए नक्शे पर चल रहा है, तब उलेमा की आवाज़ खामोश क्यों?

क्या अब भी वक्त नहीं आया कि हक़ के साथ खड़ा हुआ जाए?


🌪️ अब वक्त है इंकलाब का!

क़ौम चुप नहीं बैठेगी।
अब “सेव वक्फ इंडिया” मौलाना कल्बे जवाद नक़वी साहब की सरपरस्ती में हर उस चेहरे को बेनकाब करेगा जो वसीम के एजेंडे को आज भी ज़िंदा रखे हुए है।


📢 ये आख़िरी अल्फ़ाज़ नहीं — ये इंकलाब का आग़ाज़ है।
✊ शिया क़ौम जाग चुकी है।
📿 औक़ाफ़ की एक-एक ईंट, एक-एक इंच अब निगरानी में है।
🤲 और अल्लाह की मदद उनके साथ है जो हक़ पर हैं।


#शिया_वक्फ_बोर्ड_या_वसीम_का_वारिस
#सेव_वक्फ_इंडिया
#आफ़ताब_ए_शरीअत_के_खिलाफ़_साज़िश
#मूर्तद_वसीम_का_गैंग_अब_भी_जिंदा
#क़ौम_जागी_है
#इंकलाब_की_ज़मीन_तैयार_है
#खामोशी_अब_गुनाह_है

 

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