🌸 “जिंदगी को रोशन करने का असली तरीका, दूसरों के दिलों में उम्मीद का दीप जलाना है।”
आज इमाम जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस 5 शाबान के मौके पर, इमाम खुमैनी फाउंडेशन ट्रस्ट ने कित्तूर, बाराबंकी में एक बेहद नेक कार्य का आयोजन किया। समाजसेवी आदिल काज़मी ने अपनी स्वर्गीय माता कनीज ज़हरा की स्मृति में एक विशाल नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया, जो न केवल आँखों की रोशनी लौटाने का कार्य कर रहा था, बल्कि दिलों में एक नई उम्मीद और हिम्मत भी पैदा कर रहा था।
💫 200 से अधिक लोगों की आँखों की जांच की गई।
👓 60 से ज्यादा मरीजों को नि:शुल्क चश्मे दिए जाएंगे हुई जांच ।
🔵 7 मोतियाबिंद से पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन किया जाएगा, जो लेप्रोसी मिशन अस्पताल में नि:शुल्क होगा।
💊 दवाइयों का नि:शुल्क वितरण किया गया।
यह शिविर लेप्रोसी मिशन बाराबंकी के सहयोग से आयोजित किया गया, जहां डॉक्टर सचिन वर्मा, डॉ. रेहान काज़मी, अफशां अंजुम, मुमताज अहमद, तनवीर हुसैन, जाकिर हुसैन और उनकी टीम ने अपनी समर्पित सेवाओं से सैकड़ों मरीजों को नई रोशनी दी।
इस नेक कार्य में सपा नेता विनोद कुमार यादव, डॉ. संतोष सिंह, बदोसराय ग्राम प्रधान निसार मेहंदी, जुल्फी मियां, फैजी मियां, सलमान अंसारी, हाजी जुबेर खान, राहिल काज़मी, असद काज़मी, मोहम्मद गौस और अन्य समाजसेवियों ने भी अपनी उपस्थिति से इसे सफल बनाया।
“इमाम जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम का जीवन हमें यही सिखाता है कि दूसरों की मदद करना ही असली मानवता है।” आइए, हम सब मिलकर इस नेक कार्य में भाग लें और अपने समाज की रोशनी बनने की कोशिश करें।
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