इसराइल में नेतन्याहू सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन, कई शहरों में हिंसा, प्रधानमंत्री घर छोड़ने पर मजबूर,बांग्लादेश जैसे हालात

तहलका टुडे इंटरनेशनल डेस्क

तेहरान – कब्जे वाले फिलिस्तीन के कई शहरों में इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। तेल अवीव, अल-कुद्स और हैफा में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। नेतन्याहू के कट्टरपंथी फैसलों और हाल ही में उनके द्वारा रक्षा मंत्री योआव गैलांट की बर्खास्तगी के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने कई मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है।

तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें पुलिस ने एक बुजुर्ग प्रदर्शनकारी पर गोली चलाई और कई अन्य को हिरासत में लिया गया। हालात इतने बिगड़ गए कि प्रदर्शनकारियों के दबाव में प्रधानमंत्री नेतन्याहू को अपने निवास स्थान को छोड़ने और किसी गुप्त स्थान पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

विरोध की मुख्य वजहें

प्रदर्शनकारी नेतन्याहू सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि वह अपने कट्टरपंथी और दक्षिणपंथी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे इसराइल में आंतरिक अशांति और असंतोष बढ़ रहा है। बर्खास्त रक्षा मंत्री गैलांट ने भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए थे, जिससे उन्हें पद से हटा दिया गया। इसके बाद से ही यह विरोध उग्र हो गया है।

इस बीच इसराइली वायुसेना के कमांडर अलुफ टोमर बार की कार को भी तेल अवीव की सड़कों पर घूमते हुए देखा गया, जबकि प्रदर्शनकारी सड़कें रोकने में व्यस्त थे। प्रदर्शनकारियों में गाजा में बंदी बनाए गए इसराइलियों के परिजन भी शामिल हैं, जो नेतन्याहू पर अपने प्रियजनों की जिंदगी को खतरे में डालने का आरोप लगा रहे हैं।

राष्ट्रपति हर्ज़ोग की अपील

इसराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्ज़ोग ने मौजूदा संकट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “हम युद्ध के चरम पर हैं और ऐसे समय में हमें आंतरिक संघर्षों से बचना चाहिए। दुश्मन हमारे मतभेदों का फायदा उठाने की ताक में बैठे हैं, इसलिए हमें एकजुट रहना चाहिए।”

स्थिति गंभीर, विरोध प्रदर्शन जारी

तेल अवीव, अल-कुद्स और हैफा में विरोध-प्रदर्शन का माहौल गंभीर होता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और नेतन्याहू की नीतियों के खिलाफ गुस्सा चरम पर है। इस बीच, खबरें यह भी हैं कि नेतन्याहू के निवास स्थान तक पहुंचने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने अवरुद्ध कर दिया है।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर नेतन्याहू सरकार ने अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया, तो यह विरोध प्रदर्शन और भी गंभीर रूप ले सकता है। आंतरिक अस्थिरता का यह माहौल इसराइल के लिए सुरक्षा के नजरिए से एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, नेतन्याहू सरकार को विरोध प्रदर्शनों को शांत करने के लिए शीघ्र ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

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