सैयद रिज़वान मुस्तफा
दुनिया की हर चीज़, हर रचना, हर जीवित और निर्जीव वस्तु हमें यह एहसास दिलाती है कि हमारी कायनात के पीछे एक असीम और सबसे ताकतवर रचयिता है। इंसान की हर छोटी-बड़ी विशेषता और उसके शरीर की संरचना इसकी कुदरत के करिश्मे हैं। इनमें से सबसे अनोखी चीजों में से एक इंसान के अंगूठे और उनके फिंगरप्रिंट्स हैं।
दुनिया में लगभग 8 अरब लोग रहते हैं, और हर इंसान के पास दो अंगूठे होते हैं। इसका अर्थ है कि इस पृथ्वी पर 16 अरब अंगूठे हैं। यह बात सामान्य प्रतीत होती है, लेकिन जब इन अंगूठों पर बने निशानों की वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जांच करते हैं, तो यह तथ्य चौंका देने वाला सामने आता है कि इन सभी का डिज़ाइन और पैटर्न अलग-अलग होता है।
यह एक ऐसी विशेषता है, जिसे वैज्ञानिक भी पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं।
कुदरत का अनोखा करिश्मा: फिंगरप्रिंट्स
हर इंसान का फिंगरप्रिंट पूरी तरह से अलग होता है। यह तथ्य न केवल इंसान के शरीर के अनोखे निर्माण को दर्शाता है, बल्कि यह इस बात का भी सबूत है कि हमारे रचयिता ने हर व्यक्ति को विशेष और अनोखे डिज़ाइन के साथ बनाया है।
- फिंगरप्रिंट्स का विज्ञान और उनकी विशेषता:
हर इंसान के फिंगरप्रिंट उनके जन्म से पहले ही तय होते हैं।
किसी भी इंसान के फिंगरप्रिंट दूसरे व्यक्ति के साथ मेल नहीं खाते।
यह निशान जीवनभर के लिए स्थायी होते हैं और किसी भी तरह से बदलते नहीं।
- जीन और वातावरण का असर:
इंसान के फिंगरप्रिंट पर जीन और गर्भ के अंदर के वातावरण का गहरा प्रभाव पड़ता है। हर गर्भाशय की अलग-अलग स्थिति और परिवेश अलग पैटर्न का निर्माण करते हैं। - सामाजिक उपयोग और सुरक्षा में फिंगरप्रिंट्स:
आज के दौर में फिंगरप्रिंट्स का उपयोग पासपोर्ट, सुरक्षा तकनीक, बैंकिंग लेन-देन, और फॉरेंसिक विज्ञान में सुरक्षा जांच के लिए किया जाता है।
कुरआन में इसका जिक्र और कुदरत का पैगाम
कुरआन मजीद ने इंसान की रचना और कुदरत के करिश्मों का कई बार उल्लेख किया है।
“وفي أنفسكم أفلا تبصرون”
अर्थ: “और खुद तुम्हारी ذات में भी हमारी कुदरत की कई निशानियां हैं, तो क्या तुम देख नहीं सकते?”
यह आयत इस बात की ओर संकेत करती है कि इंसान के भीतर और उसकी रचना में भी रब की असीम कुदरत के अनगिनत प्रमाण हैं।
सिर्फ इंसान के फिंगरप्रिंट्स ही नहीं, बल्कि उसके अंग, हड्डियां, कोशिकाएं, और उनकी संरचना भी इस बात की गवाह हैं कि यह सब कुछ किसी सामान्य प्रक्रिया से नहीं, बल्कि सर्वशक्तिमान रब की विशेष योजना और कुदरत से हुआ है।
इंसान के शरीर में मौजूद अन्य निशानियां भी कुदरत का करिश्मा हैं
इंसान के शरीर के हर अंग में अनोखे डिज़ाइन और विशेषताएं कुदरत के करिश्मे का प्रमाण हैं। इंसान की आंखों का रंग, बालों की संरचना, और शरीर की विशेषताएं भी इसके अद्भुत डिज़ाइन का हिस्सा हैं। यह सब इंसान के लिए सोचने का एक बड़ा संकेत है कि कौन सा भी डिज़ाइन और कौन सी रचना बिना किसी उद्देश्य और योजना के नहीं हो सकती।
रब की तारीफ में एक पैगाम
हर इंसान को चाहिए कि वह अपनी बनाई गई कुदरत पर सोचें और अपने निर्माता की तारीफ करें।
“हों अगर तुम अपने रब की कितनी ही नेमतों को गिनो, तो भी तुम्हारी गिनती न कर सकोगे।”
कुदरत के चमत्कारों में विश्वास और आत्म-अवलोकन
इस नश्वर दुनिया में हर चीज़ पर ध्यान देने से यह समझ में आता है कि रब का हर एक काम सिद्ध और उद्देश्यपूर्ण है। इंसान का अंगूठा, उसकी आंखें, उसके बाल, उसकी त्वचा और उसके फिंगरप्रिंट्स हमें यह एहसास कराते हैं कि हम एक असीम और अनंत कुदरत का हिस्सा हैं।
फिंगरप्रिंट्स, जो हर इंसान के लिए अलग होते हैं, रब की अनोखी कारीगरी और उसकी अनंत शक्ति का एक प्रमाण हैं। यह हमें आत्ममंथन की ओर ले जाता है कि हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कुदरत के इन चमत्कारों पर गौर करें।
“क्या तुम देख नहीं सकते?”
हर एक इंसान को चाहिए कि वह अपनी रचना, अपनी विशेषता और अपनी कुदरत पर गौर करके रब की तारीफ करे और उसकी कुदरत के सामने सिर झुकाए।
सैयद रिज़वान मुस्तफा
एडिटर
तहलका टुडे
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