“हाजी वारिस अली शाह की रूह पुकार रही है: देवा मेला, दिखावे से निकलकर इंसानियत का उजाला बने” — त्रिवार्षिक चुनाव के बाद देवा मेला समिति का कोरम हुआ पूरा, मगर मेले की अस्मत, मकसद और मोहब्बत फिर क्या रहेंगी हाशिए पर?
"वारिस अली शाह की रूह पुकार रही है: देवा मेला, दिखावे से…